वैसे तो पटना में घूमने के लिए कई सारी जगहें हैं, लेकिन कुछ खास जगहें हैं जो लोगों को काफी पसंद आते हैं, इनमें से ही एक जगह का नाम है इको पार्क, जी हां वही पार्क जिसे लोग चिड़ियाघर से भी ज्यादा पसंद कर रहे हैं…और करें भी क्यों ना क्योंकी इको पार्क पटना का सबसे बड़ा पार्क है..सुविधाओं से लैस इको पार्क लोगों को काफी लुभा रहा है…. पटना में स्थित राजधानी वाटिका जिसे हमलोग ईको पार्क के नाम से ज्यादा जानते हैं, धीरे-धीरे लोगों की पहली पसंद बनता जा रहा है. इसके तीन हिस्सों में मनोरंजन, भरपूर हरियाली और बच्चों के झूलों के साथ-साथ ओपन स्पेस भी शहर के लोगों को खूब भाते हैं.
ईको पार्क पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अंदर आता है. हालांकि ये पार्क पहले से ही खुबसूरत हैं, पर इसे और भी ज्यादा सुंदर बनाने के लिए तरह तरह की कोशिशें की गई हैं , हर जगह रंग-बिरंगे फूलों के पौधे लगाये गए हैं. झूलों और वोटिंग को और अच्छा किया जा रहा है. इसमें फाइटर प्लेन मिग 21 स्थापित किया गया साथ ही पार्क में फ्री वाई-फाई की सुविधा से लेकर 70 फीट ऊंचाई वाला झरना तक शामिल है
इस पार्क में मिग 21 स्थापित करने के लिए 14.5 मीटर लंबा, 7.15 मीटर चौड़ा और दो मीटर ऊंचा चबूतरा बनाया गया है. हार्डिंग पार्क की ओर पड़ने वाले ईको पार्क के फेज तीन के अंदर ठीक गेट के सटे इसे उड़ान भरने की स्थिति में रखा गया है. जिसे देखने से ऐसा लग रहा है कि यह लड़ाकू विमान दुश्मनों के खिलाफ अभी उड़ान भरने वाला है. पार्क में एक गाइड भी रखा गया है जो लोगों को इस योद्धा जहाज की कहानी सुनायेंगे.
बता दें कि मिग-21 लड़ाकू विमान को रखने के लिए वन विभाग ने पटना के आर. ब्लॉक चौराहा और जीपीओ गोलंबर के बीच स्थित वीर कुंवर सिंह आजादी पार्क और ईको पार्क इन दो जगहों का नाम भेजा था. जिसके बाद बिहटा और इलाहाबाद के एयरफ़ोर्स की टीम ने इन दोनों पार्कों का जायजा लिया. उसके बाद ही ईको पार्क को मंजूरी दी गयी. इस प्लेन के अलग-अलग पार्ट्स को ट्रक में लोड कर लखनऊ से यहां लाया गया है. जिसे अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से आए इंजीनियरों ने इसके सभी पार्ट्स को पार्क में फिर से जोड़ कर पूरी फिटिंग की.
इसके साथ ही, पार्क में घूमने वाले लोगों को फ्री इंटरनेट की सुविधा भी दी गई. पटना में हुए एक कार्यक्रम के दौरान बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने इसकी घोषणा की थी. उन्होंने कहा कि पटना के ईको पार्क में हजारों की संख्या में बच्चे, बूढ़े और युवा घूमने आते हैं. इसलिए यहां वाई-फाई लगाए जायेंगे. बाद में इसकी सफलता को देखते हुए राजधानी के अन्य सभी बड़े पार्कों में भी Wi-Fi की सेवा शुरू की जाएगी.
पहले पार्क में इंट्री करने के लिए टिकट का दाम प्रति व्यक्ति 20 रूपए लग रहा था, जो बढ़ा कर 30 रूपए कर दिया गया है. लेकिन बच्चों के टिकट में कोई वृद्धि नहीं की गयी .इनका प्रवेश शुल्क दस रूपए ही है
इस पार्क के बारे में आपको बता दें कि संजय गांधी जैविक उद्यान यानि पटना जू के बाद शहर भर में सिर्फ यही एक ऐसा पार्क है जहां सबसे ज्यादा लोग आते हैं. आकड़ों की माने तो एक ओर पटना जू में जहां हर साल करीब 30 लाख लोग पहुंचते हैं तो वहीँ ईको पार्क में सुबह की सैर करने आने वाले लोगों को भी जोड़ लिया जाए तो इन सभी लोगों को मिलाकर प्रत्येक साल लगभग 23 लाख विजिटर्स यहां आते हैं.
कुल मिलाकर आज के दौर में राजधानी पटना की पहचान बन चुका इको पार्क लोगों के आकर्षण का केंद्र इसलिए भी बन रहा है क्योंकि राज्य सरकार के द्वारा जल जीवन और हरियाली अभियान के तहत इस पार्क को और भी सुंदर और आकर्षक बनाया जा रहा है…दिल्ली जैसे बड़े शहरों के तर्ज पर राजधानी पटना का भी सौंदर्यीकरण किया जा रहा है….यही कारण है कि वैसी जगहों पर सरकार ज्यादा ध्यान दे रही है जहां लोग विहार करने आते हैं या फिर पर्यटन के दृष्टिकोण से घूमने आते हैं…हालांकि बिहार की राजधानी पटना में लोगों के लिए कई अन्य जगहें भी हैं इनमें चिड़ियाघर में शामिल है लेकिन अपने आकर्षक और मनमोहक परिदृश्य से लोगों को लुभा रहा इको पार्क अपनी अलग पहचान बनाये हुए है…
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