कहते हैं कि सपने इंसान बहुत ही कम उम्र से देखना शुरू कर देता है. लेकिन ये भी सच है कि वक़्त के साथ सपने बदलते रहते हैं! कभी कभी बचपन में हम इंजिनियर , डॉक्टर बनने का सपना देखते हैं ..और बड़े होने के बाद वो सपने पूरी तरह अपना रूप बदल लेते हैं. जो सपने हम देखते हैं उसे पा लेना और उसका पूरा हो जाना , इससे बड़ी खुशी कुछ नहीं हो सकती ! मगर जो सपने हम देखते ही नहीं उनका पूरा हो जाना कुछ ऐसा होता है जैसे वो हमारा नहीं बल्कि भगवान का सपना हो!
कुछ ऐसी ही कहानी है बिहार से उभरी हुई देश की नंबर वन पत्रकार श्वेता सिंह का! 21 अगस्त 1977 को पटना में जन्मी श्वेता सिंह के परिवार वालों ने भी नहीं सोचा होगा कि एक दिन उनकी बेटी देश की सबसे बड़ी महिला पत्रकार बनेगी. इलाहाबाद में अपनी प्रारम्भिक शिक्षा के बाद उच्च शिक्षा उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी से ग्रहण की.
पत्रकारिता से जुड़ने की उनकी कहानी बड़ी दिलचस्प है. दरअसल उस वक़्त स्नातक पांच वर्षों का हुआ करता था. और यूजीसी ने उसी वक़्त विश्वविद्यालयों को स्वायत्तता देने की प्रक्रिया प्रारंभ की थी. जिस प्रक्रिया में जन संचार संकाय को स्वायत्तता प्राप्त हुई थी. जिस वजह से जन संचार से स्नातक सिर्फ तीन वर्षों की अवधि का हो गया था. और यही कारण था कि श्वेता सिंह ने स्नातक के लिए पत्रकारिता को चुना, जबकि उनकी दिलचस्पी पत्रकारिता में बिल्कुल नहीं थी. यहां से शुरू हुआ भविष्य में जानी मानी पत्रकार बनने वाली श्वेता सिंह के पत्रकारिता का सफ़र शुरू.
स्नातक करने के दौरान ही उन्होंने काम करना शुरू कर दिया था. सबसे पूर्व उन्होंने पटना में ही टाइम्स और इंडिया के साथ काम करना शुरू किया. इसके बाद हर बिहारी की तरह उन्होंने भी बिहार को अलविदा कहकर दिल्ली को गले लगाया. और ये कहना गलत नहीं होगा कि दिल्ली में भी पत्रकारिता की दुनिया ने श्वेता सिंह का बाहें फ़ैला कर स्वागत किया. सन 1998 में उन्होंने ज़ी न्यूज के साथ बतौर न्यूज एंकर के रूप में काम किया. और 2002 में वो उन्होंने आज तक की बाग डोर पकड़ी और तब से अभी तक वो वहीं कार्यरत हैं. और वहां सफ़र ही उन्हें आज देश की नंबर वन पत्रकार का खिताब दे चुका है. वो राजनीति , खेल के खबरों को बेहतरीन तरीके से कवर करती हैं. आजतक के लिए वो विशेष प्रोग्रामिंग कार्यकारी के रूप में काम करती हैं. खेल पर उनके कार्यक्रम स्पोर्ट्स जर्नलिज्म फेडरेशन द्वारा उन्हें सम्मानित भी किया गया था. कई फिल्मों में भी उन्होंने बतौर न्यूज एंकर काम किया है. आज उनका सफल कैरियर सबके लिए एक मिसाल है.
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